महाभारतम् — 3.202.10
Original
Segmented
आनुपूर्व्या विनश्यन्ति जायन्ते च अनुपूर्वशस् तत्र तत्र हि दृश्यन्ते धातवः पाञ्चभौतिकाः यैः आवृतम् इदम् सर्वम् जगत् स्थावर-जंगमम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आनुपूर्व्या | आनुपूर्व | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| विनश्यन्ति | विनश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| जायन्ते | जन् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| च | च | pos=i |
| अनुपूर्वशस् | अनुपूर्वशस् | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| दृश्यन्ते | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| धातवः | धातु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पाञ्चभौतिकाः | पाञ्चभौतिक | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| यैः | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| आवृतम् | आवृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| स्थावर | स्थावर | pos=a,comp=y |
| जंगमम् | जङ्गम | pos=a,g=n,c=1,n=s |