महाभारतम् — 3.203.11
Original
Segmented
शूद्र-योनौ हि जातस्य सत्-गुणान् उपतिष्ठतः वैश्य-त्वम् भवति ब्रह्मन् क्षत्रिय-त्वम् तथा एव च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शूद्र | शूद्र | pos=n,comp=y |
| योनौ | योनि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| जातस्य | जन् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| सत् | अस् | pos=va,comp=y,f=part |
| गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उपतिष्ठतः | उपस्था | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| वैश्य | वैश्य | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| क्षत्रिय | क्षत्रिय | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |