महाभारतम् — 3.203.22
Original
Segmented
प्राणानाम् संनिपातात् तु संनिपातः प्रजायते ऊष्मा च अग्निः इति ज्ञेयो यो ऽन्नम् पचति देहिनाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्राणानाम् | प्राण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| संनिपातात् | संनिपात | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| संनिपातः | संनिपात | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रजायते | प्रजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ऊष्मा | ऊष्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| ज्ञेयो | ज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽन्नम् | अन्न | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पचति | पच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| देहिनाम् | देहिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |