महाभारतम् — 3.203.42
Original
Segmented
सत्यस्य वचनम् श्रेयः सत्यम् ज्ञानम् हितम् भवेत् यद् भूत-हितम् अत्यन्तम् तद् वै सत्यम् परम् मतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सत्यस्य | सत्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हितम् | हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भूत | भूत | pos=n,comp=y |
| हितम् | हित | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अत्यन्तम् | अत्यन्त | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मतम् | मन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |