महाभारतम् — 3.205.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच गुरू निवेद्य विप्राय तौ माता-पितरौ उभौ पुनः एव स धर्म-आत्मा व्याधो ब्राह्मणम् अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गुरू | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| निवेद्य | निवेदय् | pos=vi |
| विप्राय | विप्र | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| माता | माता | pos=n,comp=y |
| पितरौ | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| व्याधो | व्याध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |