महाभारतम् — 3.207.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच श्रुत्वा इमाम् धर्म-संयुक्ताम् धर्मराजः कथाम् शुभाम् पुनः पप्रच्छ तम् ऋषिम् मार्कण्डेयम् तपस्विनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| संयुक्ताम् | संयुज् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| धर्मराजः | धर्मराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कथाम् | कथा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| शुभाम् | शुभ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पप्रच्छ | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मार्कण्डेयम् | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तपस्विनम् | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |