महाभारतम् — 3.207.20
Original
Segmented
अत्र नानाविधान् अग्नीन् प्रवक्ष्यामि महा-प्रभा कर्मभिः बहुभिः ख्यातान् नानात्वम् ब्राह्मणेषु इह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अत्र | अत्र | pos=i |
| नानाविधान् | नानाविध | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अग्नीन् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रवक्ष्यामि | प्रवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| प्रभा | प्रभा | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| बहुभिः | बहु | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| ख्यातान् | ख्या | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| नानात्वम् | नानात्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ब्राह्मणेषु | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| इह | इह | pos=i |