महाभारतम् — 3.208.8
Original
Segmented
याम् तु दृष्ट्वा भगवतीम् जनः कुहुकुहायते एकानंशा इति याम् आहुः कुहूम् अङ्गिरसः सुताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| याम् | यद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| भगवतीम् | भगवत् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कुहुकुहायते | कुहुकुहाय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| एकानंशा | एकानंशा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| याम् | यद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| कुहूम् | कुहू | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अङ्गिरसः | अङ्गिरस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सुताम् | सुता | pos=n,g=f,c=2,n=s |