महाभारतम् — 3.214.5
Original
Segmented
शिवा उवाच अस्माकम् त्वम् प्रियो नित्यम् बिभीमस् तु वयम् तव त्वद्-चित्तम् इङ्गितैः ज्ञात्वा प्रेषिता अस्मि ते अन्तिकम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शिवा | शिवा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अस्माकम् | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रियो | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| बिभीमस् | भी | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| तु | तु | pos=i |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| चित्तम् | चित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इङ्गितैः | इङ्गित | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| प्रेषिता | प्रेषय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अन्तिकम् | अन्तिक | pos=n,g=n,c=2,n=s |