महाभारतम् — 3.215.11
Original
Segmented
विश्वामित्रः चकार एतत् कर्म लोक-हिताय वै तस्माद् ऋषिः कुमारस्य विश्वामित्रो ऽभवत् प्रियः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विश्वामित्रः | विश्वामित्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| हिताय | हित | pos=n,g=n,c=4,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| तस्माद् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कुमारस्य | कुमार | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विश्वामित्रो | विश्वामित्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| प्रियः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |