महाभारतम् — 3.217.13
Original
Segmented
षण्णाम् तु प्रवरम् तस्य शीर्षाणाम् इह शब्द्यते शक्तिम् येन असृजत् दिव्याम् भद्रशाख इति स्म ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| षण्णाम् | षष् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| प्रवरम् | प्रवर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शीर्षाणाम् | शीर्ष | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| इह | इह | pos=i |
| शब्द्यते | शब्दय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| शक्तिम् | शक्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| असृजत् | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| दिव्याम् | दिव्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| भद्रशाख | भद्रशाख | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| स्म | स्म | pos=i |
| ह | ह | pos=i |