महाभारतम् — 3.219.45
Original
Segmented
ऊर्ध्वम् तु षोडशाद् वर्षाद् ये भवन्ति ग्रहा नृणाम् तान् अहम् सम्प्रवक्ष्यामि नमस्कृत्य महेश्वरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ऊर्ध्वम् | ऊर्ध्वम् | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| षोडशाद् | षोडश | pos=a,g=m,c=5,n=s |
| वर्षाद् | वर्ष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ग्रहा | ग्रह | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| नृणाम् | नृ | pos=n,g=,c=6,n=p |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| सम्प्रवक्ष्यामि | सम्प्रवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| नमस्कृत्य | नमस्कृ | pos=vi |
| महेश्वरम् | महेश्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |