महाभारतम् — 3.220.18
Original
Segmented
ऐरावतस्य घण्टे द्वे वैजयन्त्यः इति श्रुते गुहस्य ते स्वयम् दत्ते शक्रेण आनाय्य धीमता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ऐरावतस्य | ऐरावत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| घण्टे | घण्टा | pos=n,g=f,c=1,n=d |
| द्वे | द्वि | pos=n,g=f,c=1,n=d |
| वैजयन्त्यः | वैजयन्ती | pos=n,g=f,c=1,n=d |
| इति | इति | pos=i |
| श्रुते | श्रु | pos=va,g=f,c=1,n=d,f=part |
| गुहस्य | गुह | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ते | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=d |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| दत्ते | दा | pos=va,g=f,c=1,n=d,f=part |
| शक्रेण | शक्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| आनाय्य | आनायय् | pos=vi |
| धीमता | धीमत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |