महाभारतम् — 3.221.2
Original
Segmented
सहस्रम् तस्य सिंहानाम् तस्मिन् युक्तम् रथ-उत्तमे उत्पपात दिवम् शुभ्रम् कालेन अभिप्रचोदितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सिंहानाम् | सिंह | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| उत्तमे | उत्तम | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| उत्पपात | उत्पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दिवम् | दिव् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| शुभ्रम् | शुभ्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| कालेन | काल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अभिप्रचोदितः | अभिप्रचोदय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |