महाभारतम् — 3.221.61
Original
Segmented
महिषो ऽपि रथम् दृष्ट्वा रौद्रम् रुद्रस्य न अनदत् देवान् संत्रासय् च अपि दैत्यान् च अपि प्रहर्षयन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| महिषो | महिष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| रौद्रम् | रौद्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| रुद्रस्य | रुद्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| अनदत् | नद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संत्रासय् | संत्रासय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| दैत्यान् | दैत्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| प्रहर्षयन् | प्रहर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |