महाभारतम् — 3.226.17
Original
Segmented
सम-स्थः विषम-स्थान् हि दुर्हृदो यो ऽभिवीक्षते जगती-स्थान् इव अद्रि-स्थः किम् ततः परमम् सुखम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सम | सम | pos=n,comp=y |
| स्थः | स्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| विषम | विषम | pos=a,comp=y |
| स्थान् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| दुर्हृदो | दुर्हृद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽभिवीक्षते | अभिवीक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| जगती | जगती | pos=n,comp=y |
| स्थान् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| अद्रि | अद्रि | pos=n,comp=y |
| स्थः | स्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ततः | ततस् | pos=i |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |