महाभारतम् — 3.227.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच कर्णस्य वचनम् श्रुत्वा राजा दुर्योधनस् तदा हृष्टो भूत्वा पुनः दीन इदम् वचनम् अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कर्णस्य | कर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दुर्योधनस् | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| हृष्टो | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| दीन | दीन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |