महाभारतम् — 3.236.2
Original
Segmented
कत्थनस्य अवलिप्तस्य गर्वितस्य च नित्यशः सदा च पौरुष-औदार्यैः पाण्डवान् अवमन्यतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कत्थनस्य | कत्थन | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| अवलिप्तस्य | अवलिप् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| गर्वितस्य | गर्वित | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |
| सदा | सदा | pos=i |
| च | च | pos=i |
| पौरुष | पौरुष | pos=n,comp=y |
| औदार्यैः | औदार्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अवमन्यतः | अवमन् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |