महाभारतम् — 3.237.13
Original
Segmented
समावृता दिशो दृष्ट्वा पाण्डवेन शितैः शरैः धनञ्जय-सखा आत्मानम् दर्शयामास वै तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| समावृता | समावृ | pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part |
| दिशो | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| पाण्डवेन | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| शितैः | शा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| धनञ्जय | धनंजय | pos=n,comp=y |
| सखा | सखि | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दर्शयामास | दर्शय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वै | वै | pos=i |
| तदा | तदा | pos=i |