महाभारतम् — 3.238.28
Original
Segmented
प्रसीद इति अपतत् भूमौ दूयमानेन चेतसा दुःखितः पादयोस् तस्य नेत्र-जम् जलम् उत्सृजन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रसीद | प्रसद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| अपतत् | पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| दूयमानेन | दु | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
| चेतसा | चेतस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| दुःखितः | दुःखित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पादयोस् | पाद | pos=n,g=m,c=7,n=d |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| नेत्र | नेत्र | pos=n,comp=y |
| जम् | ज | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| जलम् | जल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उत्सृजन् | उत्सृज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |