महाभारतम् — 3.240.5
Original
Segmented
श्रूयताम् च प्रभो तत्त्वम् दिव्यताम् च आत्मनः नृप निर्माणम् च शरीरस्य ततो धैर्यम् अवाप्नुहि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रूयताम् | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| च | च | pos=i |
| प्रभो | प्रभु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दिव्यताम् | दिव्यता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| निर्माणम् | निर्माण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| शरीरस्य | शरीर | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| ततो | ततस् | pos=i |
| धैर्यम् | धैर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवाप्नुहि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |