महाभारतम् — 3.25.12
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच मे अपि एतन् मतम् पार्थ त्वया यत् समुदाहृतम् गच्छाम पुण्यम् विख्यातम् महद् द्वैतवनम् सरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| एतन् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मतम् | मन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| समुदाहृतम् | समुदाहृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| गच्छाम | गम् | pos=v,p=1,n=p,l=lot |
| पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| विख्यातम् | विख्या | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| द्वैतवनम् | द्वैतवन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सरः | सरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |