महाभारतम् — 3.25.5
Original
Segmented
अर्जुन उवाच भवान् एव महा-ऋषीणाम् वृद्धानाम् पर्युपासिता अज्ञातम् मानुषे लोके भवतो न अस्ति किंचन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्जुन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| ऋषीणाम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| वृद्धानाम् | वृद्ध | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| पर्युपासिता | पर्युपासितृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अज्ञातम् | अज्ञात | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| मानुषे | मानुष | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| भवतो | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=1,n=s |