महाभारतम् — 3.252.10
Original
Segmented
जयद्रथ उवाच जानामि कृष्णे विदितम् मे एतत् यथाविधास् ते नरदेव-पुत्राः न तु एवम् एतेन विभीषणेन शक्या वयम् त्रासयितुम् त्वया अद्य
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जयद्रथ | जयद्रथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| जानामि | ज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| कृष्णे | कृष्णा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| विदितम् | विद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यथाविधास् | यथाविध | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| नरदेव | नरदेव | pos=n,comp=y |
| पुत्राः | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| न | न | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| एतेन | एतद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| विभीषणेन | विभीषण | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| शक्या | शक्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| त्रासयितुम् | त्रासय् | pos=vi |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| अद्य | अद्य | pos=i |