महाभारतम् — 3.252.3
Original
Segmented
न किंचिद् ईड्यम् प्रवदन्ति पापम् वनेचरम् वा गृहमेधिनम् वा तपस्विनम् संपरिपृ-विद्यम् भषन्ति ह एवम् श्वनराः सुवीर
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ईड्यम् | ईड् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=krtya |
| प्रवदन्ति | प्रवद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वनेचरम् | वनेचर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| गृहमेधिनम् | गृहमेधिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| तपस्विनम् | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| संपरिपृ | संपरिपृ | pos=va,comp=y,f=part |
| विद्यम् | विद्या | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भषन्ति | भष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ह | ह | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| श्वनराः | श्वनर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सुवीर | सुवीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |