महाभारतम् — 3.253.9
Original
Segmented
इति एव ते तद् वनम् आविशन्तो महति अरण्ये मृगयाम् चरित्वा बालाम् अपश्यन्त तदा रुदन्तीम् धात्रेयिकाम् प्रेष्य-वधूम् प्रियायाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आविशन्तो | आविश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| महति | महत् | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| अरण्ये | अरण्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| मृगयाम् | मृगया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| चरित्वा | चर् | pos=vi |
| बालाम् | बाल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| अपश्यन्त | पश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |
| रुदन्तीम् | रुद् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| धात्रेयिकाम् | धात्रेयिका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रेष्य | प्रेष्य | pos=n,comp=y |
| वधूम् | वधू | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रियायाः | प्रिया | pos=n,g=f,c=6,n=s |