महाभारतम् — 3.255.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच संतिष्ठत प्रहरत तूर्णम् विपरिधावत इति स्म सैन्धवो राजा चोदयामास तान् नृपान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| संतिष्ठत | संस्था | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| प्रहरत | प्रहृ | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| तूर्णम् | तूर्णम् | pos=i |
| विपरिधावत | विपरिधाव् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| स्म | स्म | pos=i |
| सैन्धवो | सैन्धव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चोदयामास | चोदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| नृपान् | नृप | pos=n,g=m,c=2,n=p |