महाभारतम् — 3.258.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच प्राप्तम् अप्रतिमम् दुःखम् रामेण भरत-ऋषभ रक्षसा जानकी तस्य हृता भार्या बलीयसा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| अप्रतिमम् | अप्रतिम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| रामेण | राम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| रक्षसा | रक्षस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| जानकी | जानकी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| हृता | हृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| भार्या | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| बलीयसा | बलीयस् | pos=a,g=n,c=3,n=s |