महाभारतम् — 3.259.27
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच एवम् उक्तो दशग्रीवस् तुष्टः समभवत् तदा अवमेने हि दुर्बुद्धिः मनुष्यान् पुरुषादकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्तो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| दशग्रीवस् | दशग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तुष्टः | तुष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| समभवत् | सम्भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |
| अवमेने | अवमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हि | हि | pos=i |
| दुर्बुद्धिः | दुर्बुद्धि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| मनुष्यान् | मनुष्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पुरुषादकः | पुरुषादक | pos=n,g=m,c=1,n=s |