महाभारतम् — 3.263.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच सखा दशरथस्य आसीत् जटायुस् अरुण-आत्मजः गृध्र-राजः महा-वीर्यः सम्पातिः यस्य सोदरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सखा | सखि | pos=n,g=,c=1,n=s |
| दशरथस्य | दशरथ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| जटायुस् | जटायुस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अरुण | अरुण | pos=n,comp=y |
| आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गृध्र | गृध्र | pos=n,comp=y |
| राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| वीर्यः | वीर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सम्पातिः | सम्पाति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सोदरः | सोदर | pos=n,g=m,c=1,n=s |