महाभारतम् — 3.265.30
Original
Segmented
राक्षसीभिः परिवृता वैदेही शोक-कर्शिता सेव्यमाना त्रिजटया तत्र एव न्यवसत् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राक्षसीभिः | राक्षसी | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| परिवृता | परिवृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| वैदेही | वैदेही | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| कर्शिता | कर्शय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| सेव्यमाना | सेव् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| त्रिजटया | त्रिजटा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| न्यवसत् | निवस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |