महाभारतम् — 3.27.18
Original
Segmented
ब्राह्मणेभ्यो ऽथ मेधावी बुद्धि-पर्येषणम् चरेत् अलब्धस्य च लाभाय लब्धस्य च विवृद्धये
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्राह्मणेभ्यो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| मेधावी | मेधाविन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बुद्धि | बुद्धि | pos=n,comp=y |
| पर्येषणम् | पर्येषण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| चरेत् | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अलब्धस्य | अलब्ध | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| लाभाय | लाभ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| लब्धस्य | लभ् | pos=va,g=n,c=6,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| विवृद्धये | विवृद्धि | pos=n,g=f,c=4,n=s |