महाभारतम् — 3.270.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच ततः प्रहस्तः सहसा समभ्येत्य विभीषणम् गदया ताडयामास विनद्य रण-कर्कशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततः | ततस् | pos=i |
| प्रहस्तः | प्रहस्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| समभ्येत्य | समभ्ये | pos=vi |
| विभीषणम् | विभीषण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गदया | गदा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| ताडयामास | ताडय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विनद्य | विनद् | pos=vi |
| रण | रण | pos=n,comp=y |
| कर्कशः | कर्कश | pos=a,g=m,c=1,n=s |