महाभारतम् — 3.272.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच ततः श्रुत्वा हतम् संख्ये कुम्भकर्णम् सहानुगम् प्रहस्तम् च महा-इष्वासम् धूम्राक्षम् च अतितेजस्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततः | ततस् | pos=i |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| हतम् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| कुम्भकर्णम् | कुम्भकर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सहानुगम् | सहानुग | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| प्रहस्तम् | प्रहस्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| इष्वासम् | इष्वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धूम्राक्षम् | धूम्राक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अतितेजस् | अतितेजस् | pos=a,g=m,c=2,n=s |