महाभारतम् — 3.273.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच तौ उभौ पतितौ दृष्ट्वा भ्रातरौ अमित-ओजस् बबन्ध रावणिः भूयः शरैः दत्त-वरैः तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| पतितौ | पत् | pos=va,g=m,c=2,n=d,f=part |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| भ्रातरौ | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| अमित | अमित | pos=a,comp=y |
| ओजस् | ओजस् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| बबन्ध | बन्ध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| रावणिः | रावणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भूयः | भूयस् | pos=i |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| दत्त | दा | pos=va,comp=y,f=part |
| वरैः | वर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| तदा | तदा | pos=i |