महाभारतम् — 3.273.6
Original
Segmented
विशल्यौ च अपि सुग्रीवः क्षणेन उभौ चकार तौ विशल्यया महौषध्या दिव्य-मन्त्र-प्रयुक्तया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विशल्यौ | विशल्य | pos=a,g=m,c=2,n=d |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| सुग्रीवः | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्षणेन | क्षण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| विशल्यया | विशल्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| महौषध्या | महौषधी | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
| मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
| प्रयुक्तया | प्रयुज् | pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part |