महाभारतम् — 3.274.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच ततः क्रुद्धो दशग्रीवः प्रिये पुत्रे निपातिते निर्ययौ रथम् आस्थाय हेम-रत्न-विभूषितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततः | ततस् | pos=i |
| क्रुद्धो | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| दशग्रीवः | दशग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रिये | प्रिय | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| पुत्रे | पुत्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| निपातिते | निपातय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| निर्ययौ | निर्या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आस्थाय | आस्था | pos=vi |
| हेम | हेमन् | pos=n,comp=y |
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| विभूषितम् | विभूषय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |