महाभारतम् — 3.276.5
Original
Segmented
सहायवति सर्व-अर्थाः संतिष्ठन्ति इह सर्वशः किम् नु तस्य अजितम् संख्ये भ्राता यस्य धनंजयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सहायवति | सहायवत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| अर्थाः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| संतिष्ठन्ति | संस्था | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| इह | इह | pos=i |
| सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| नु | नु | pos=i |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अजितम् | अजित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |