महाभारतम् — 3.281.94
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच एवम् उक्त्वा स धर्म-आत्मा गुरु-वर्ती गुरु-प्रियः उच्छ्रित्य बाहू दुःख-आर्तः स स्वरम् प्ररुरोद ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| वर्ती | वर्तिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| प्रियः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| उच्छ्रित्य | उच्छ्रि | pos=vi |
| बाहू | बाहु | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| आर्तः | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| स | स | pos=i |
| स्वरम् | स्वर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्ररुरोद | प्ररुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |