महाभारतम् — 3.284.5
Original
Segmented
द्वादशे समतिक्रान्ते वर्षे प्राप्ते त्रयोदशे पाण्डूनाम् हित-कृत् शक्रः कर्णम् भिक्षितुम् उद्यतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्वादशे | द्वादश | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| समतिक्रान्ते | समतिक्रम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| वर्षे | वर्ष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| प्राप्ते | प्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| त्रयोदशे | त्रयोदश | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| पाण्डूनाम् | पाण्डु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| हित | हित | pos=a,comp=y |
| कृत् | कृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| शक्रः | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कर्णम् | कर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भिक्षितुम् | भिक्ष् | pos=vi |
| उद्यतः | उद्यम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |