महाभारतम् — 3.287.14
Original
Segmented
त्वयि वत्से पराश्वस्य ब्राह्मणस्य अभिराधनम् तन् मे वाक्यम् न मिथ्या त्वम् कर्तुम् अर्हसि कर्हिचित्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| वत्से | वत्सा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| पराश्वस्य | पराश्वस् | pos=vi |
| ब्राह्मणस्य | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अभिराधनम् | अभिराधन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तन् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| मिथ्या | मिथ्या | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| कर्तुम् | कृ | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| कर्हिचित् | कर्हिचित् | pos=i |