महाभारतम् — 3.289.14
Original
Segmented
वरान् वृणीष्व कल्याणि दुरापान् मानुषैः इह यैः त्वम् सीमन्तिनीः सर्वा यशसा अभिभविष्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वरान् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वृणीष्व | वृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| कल्याणि | कल्याण | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| दुरापान् | दुराप | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| मानुषैः | मानुष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| इह | इह | pos=i |
| यैः | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| सीमन्तिनीः | सीमन्तिनी | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| सर्वा | सर्व | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| यशसा | यशस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अभिभविष्यसि | अभिभू | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |