महाभारतम् — 3.289.19
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच न शशाक द्वितीयम् सा प्रत्याख्यातुम् अनिन्दिता तम् वै द्विजाति-प्रवरम् तदा शाप-भयात् नृप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| शशाक | शक् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| द्वितीयम् | द्वितीय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| प्रत्याख्यातुम् | प्रत्याख्या | pos=vi |
| अनिन्दिता | अनिन्दित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| द्विजाति | द्विजाति | pos=n,comp=y |
| प्रवरम् | प्रवर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| शाप | शाप | pos=n,comp=y |
| भयात् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |