महाभारतम् — 3.289.5
Original
Segmented
निर्भर्त्सन-अपवादैः च तथा एव अप्रियया गिरा ब्राह्मणस्य पृथा राजन् न चकार अप्रियम् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निर्भर्त्सन | निर्भर्त्सन | pos=n,comp=y |
| अपवादैः | अपवाद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अप्रियया | अप्रिय | pos=a,g=f,c=3,n=s |
| गिरा | गिर् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| ब्राह्मणस्य | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पृथा | पृथा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |