महाभारतम् — 3.291.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच सा तु कन्या बहुविधम् ब्रुवन्ती मधुरम् वचः अनुनेतुम् सहस्रांशुम् न शशाक मनस्विनी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| कन्या | कन्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| बहुविधम् | बहुविध | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| ब्रुवन्ती | ब्रू | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| मधुरम् | मधुर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुनेतुम् | अनुनी | pos=vi |
| सहस्रांशुम् | सहस्रांशु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| शशाक | शक् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मनस्विनी | मनस्विन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |