महाभारतम् — 3.294.42
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच लब्ध्वा कृष्णाम् सैन्धवम् द्रावयित्वा विप्रैः सार्धम् काम्यकाद् आश्रमात् ते मार्कण्डेयात् श्रुतवन्तः पुराणम् देवर्षीणाम् चरितम् विस्तरेण
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| लब्ध्वा | लभ् | pos=vi |
| कृष्णाम् | कृष्णा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| सैन्धवम् | सैन्धव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| द्रावयित्वा | द्रावय् | pos=vi |
| विप्रैः | विप्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| काम्यकाद् | काम्यक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| आश्रमात् | आश्रम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| मार्कण्डेयात् | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| श्रुतवन्तः | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| पुराणम् | पुराण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| देवर्षीणाम् | देवर्षि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| चरितम् | चरित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विस्तरेण | विस्तर | pos=n,g=m,c=3,n=s |