महाभारतम् — 3.297.57
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच मानम् हित्वा प्रियो भवति क्रोधम् हित्वा न शोचति कामम् हित्वा अर्थवान् भवति लोभम् हित्वा सुखी भवेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मानम् | मान | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| प्रियो | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| क्रोधम् | क्रोध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| शोचति | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| अर्थवान् | अर्थवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| लोभम् | लोभ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| सुखी | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |