महाभारतम् — 3.297.74
Original
Segmented
यक्ष उवाच यस्य ते अर्थतः च कामात् च आनृशंस्यम् परम् मतम् तस्मात् ते भ्रातरः सर्वे जीवन्तु भरत-ऋषभ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यक्ष | यक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अर्थतः | अर्थ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| कामात् | काम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| आनृशंस्यम् | आनृशंस्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मतम् | मन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भ्रातरः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जीवन्तु | जीव् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |