महाभारतम् — 3.298.10
Original
Segmented
धर्मो ऽहम् अस्मि भद्रम् ते जिज्ञासुस् त्वाम् इह आगतः आनृशंस्येन तुष्टो ऽस्मि वरम् दास्यामि ते ऽनघ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| जिज्ञासुस् | जिज्ञासु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| आनृशंस्येन | आनृशंस्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तुष्टो | तुष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दास्यामि | दा | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |