महाभारतम् — 3.299.15
Original
Segmented
प्रच्छन्नम् च अपि धर्म-ज्ञ हरिणा वृत्र-निग्रहे वज्रम् प्रविश्य शक्रस्य यत् कृतम् तत् च ते श्रुतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रच्छन्नम् | प्रच्छद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| हरिणा | हरि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वृत्र | वृत्र | pos=n,comp=y |
| निग्रहे | निग्रह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वज्रम् | वज्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
| शक्रस्य | शक्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |